Never Eat Alone Book Summary in Hindi

Never Eat Alone

इंट्रोडक्शन

क्या आपको लगता है कि आप जिंदगी में सिर्फ अपने बलबूते पर इतनी दूर तक आ सकते थे? क्या आप लोगों से जुड़ने के बजाय अकेला रहना पसंद करते हैं ताकि आप पर किसी का भार ना हो? हमारे सामने हर दिन दो आप्शन होते हैं. तो क्या आप सब कुछ अकेले करना चाहते हैं या दूसरों के साथ आगे चलना चाहते हैं? क्या आप दोस्तों के साथ खाना चाहते हैं या अकेले ख़ुद के साथ? क्या आप किसी प्रोजेक्ट को अकेले अपने दम पर पूरा करना चाहते हैं या एक टीम का साथ चाहते हैं? बेशक ये बहुत ख़ुशी की बात होगी अगर आप अपने दम पर खड़े हो सकते हैं तो लेकिन कुछ समय बाद आप ख़ुद देखेंगे कि अगर आप दूसरों से मदद नहीं लेते हैं तो आप जिंदगी में ज़्यादा दूर तक नहीं जा पाएँगे.

एक कहावत है “No Man’s an Island” यानी जैसे एक आइलैंड सबसे कटकर अलग होकर रहता है, इंसान वैसा नहीं कर सकता. इंसान अकेला नहीं रह सकता, उसे अपने आस-पास लोगों की और उनके साथ की ज़रुरत होती है. यहाँ तक कि अगर आपने अपनी जिंदगी के हर स्ट्रगल को अपने दम पर पार किया है तब भी उस रास्ते में कोई ना कोई शख्स ज़रूर होता है जिसने जाने अनजाने में आपकी मदद की होगी.

हो सकता है कि आपको जॉब इसलिए मिली क्योंकि आपने जी जान से हर vacancy के लिए अप्लाई किया, हालांकि ये आपकी मेहनत का नतीजा है लेकिन अगर आपके पड़ोसी ने आपके बच्चों का ध्यान नहीं रखा होता तो क्या आप जॉब ढूँढने के लिए बाहर जा पाते? या हो सकता है कि आपके बॉस ने आपको जल्दी छुट्टी दे दी ताकि आप कोई और जॉब ढूंढ सकें क्योंकि वो जानते थे कि कंपनी के बंद होने से आपको कई परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.

इस बात को गहराई से समझना बहुत ज़रूरी है कि रिश्तों को जोड़ना और उन्हें समझदारी से संजो कर रखना जिंदगी के हर मोड़ पर आपके लिए कितना कुछ कर सकता है आप उसकी कल्पना भी नहीं कर सकते. आपको नेटवर्किंग को एक ऐसी चीज़ के रूप में देखना बंद करना होगा जो सिर्फ एक ही इंसान को फ़ायदा पहुंचाती हो. कनेक्शन बनाना दो तरफ़ा सड़क जैसी होती है. अगर आप सही नजरिए के साथ इसे अपनाते हैं तो आपसे जडने वाले हर आदमी को बदले में कुछ ना कुछ ज़रूर मिलेगा.

इस बुक में आप समझेंगे कि लोगों के साथ कनेक्शन बनाना कितना इम्पोर्टेन्ट होता है. आप दूसरों की मदद करने और उनसे मदद मांगने के महत्त्व को जानेंगे. अंत में, आप कीथ की कहानियों के ज़रिए ये भी जानेंगे कि कैसे अमीर और अमीर होते जाते हैं और आप उनके जैसे कैसे बन सकते हैं.

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BECOMING A MEMBER OF THE CLUB

अगर आप अपने शहर के सबसे स्मार्ट और टैलेंटेड इंसान हैं तब भी आप बिना कनेक्शन बनाए बहुत दूर तक नहीं जा सकते. यही बात हार्ड वर्क और पैसे पर भी लागू होती है. कीथ ने इस बात को तब महसूस किया था जब वो अपने बचपन के बारे में सोचा करते थे. स्कूल में किस तरह बाकी बच्चे उनका मज़ाक उड़ाते थे क्योंकि वो दिखने में ग़रीब लगते थे.

हालांकि, कीथ का परिवार अमीर नहीं था लेकिन उनके मेहनती माता पिता कीथ को एक प्राइवेट स्कूल में भेजना चाहते थे. स्कूल में जहां उनके साथ पढ़ने वाले बच्चों को चमकदार महँगी गाड़ियां लेने आती थी वहीं कीथ एक पुरानी खटारा गाड़ी में घर जाया करते थे. इतना ही नहीं, बच्चे उनके polyster कपड़े और जूतों के लिए भी उन्हें चिढ़ाते थे. इससे कीथ को बहुत शर्मिंदगी महसूस होती थी लेकिन इसी बात ने उनकी इच्छाशक्ति को बढ़ावा दिया कि चाहे कुछ भी हो जाए, बड़े होकर उन्हें सक्सेसफुल बनना हैं.

ऐसा नहीं था कि ये वाक्या कीथ के साथ एक बार हुआ था जब उन्होंने खुद को भीड़ से अलग और भीड़ में अकेला महसूस किया था. हार्वर्ड बिज़नेस स्कूल में भी जब उन्होंने आस पास देखा तो ख़ुद को उन्हीं जैसे लोगों से घिरा हुआ पाया जो कोई मेहनत किए बिना एशो आराम की जिंदगी गुज़ार रहे थे. लेकिन उन्होंने इस बात को ख़ुद को डराने नहीं दिया क्योंकि उन्होंने मेहनत से अपनी जिंदगी बदलने की ठान ली थी. कीथ को इस बात से दिलासा मिलता कि अमीर ना होने के बावजूद वो इन लोगों से एक क़दम आगे थे क्योंकि उनमें चीज़ों को गहराई से समझने की समझ थी.

सच पूछे तो अमीर लोगों को गौर से देखने के बाद ही कीथ को रिश्तों की अहमियत का एहसास हुआ था. जब वो छोटे थे तो एक लोकल क्लब में लोगों का बैग उठाने का काम किया करते थे. उस क्लब में सिर्फ़ अमीर लोग ही आते थे. जब कीथ उनका बैग उठाकर चलते तो अक्सर उनकी बातों को गौर से सुनते जैसे जेम्स ने कैसे रिचर्ड को जॉब दिलाने में मदद की, रोज़ ने पौली के स्टार्ट अप कंपनी में इंवेस्ट किया और कैसे उनके बच्चों को सबसे बेस्ट स्कूल में एडमिशन मिला क्योंकि वो प्रिंसिपल को जानते थे.

कीथ समझ गए कि अगर आप अच्छे कनेक्शन बनाते हैं तो अंत में आप भी सक्सेसफुल हो जाते हैं. इस नेटवर्क के ज़रिए ही अमीर और भी ज़्यादा अमीर होते जाते हैं. जब आप लोगों से कनेक्शन बनाने का ट्रिक समझ जाते हैं तब आप भी सक्सेसफुल हो जाते हैं और उस अमीर क्लब का हिस्सा बन जाते हैं.

इस बात को समझने के बाद कीथ कड़ी मेहनत करते रहे ताकि उन्हें पता चले कि बाद में इसे कैसे यूज़ करना है. Mrs पोलैंड कीथ से बहुत बातें करती थी, उन्हें सलाह मशवरा भी देती थीं जिससे कीथ की समझ और भी बढ़ने लगी. Mrs पोलैंड अमीर घराने से थीं और कीथ उनका बैग उठाया करते थे. वो अक्सर लोगों के सामने कीथ की तारीफ़ करती, इस वजह से और लोग भी कीथ को अपना बैग उठाने का काम देने लगे.

अपने काम के दौरान ही कीथ ने सीखा कि सक्सेस खून पसीना, पैसे और टैलेंट से हासिल तो की जा सकती लेकिन ये आपको बहुत दूर तक नहीं ले जा सकती. Mrs. पोलैंड ने कीथ को दान और मदद की ताकत के बारे में सिखाया कि जब आप दूसरों की मदद करते हैं तो वो भी आपकी मदद करने के लिए आगे आते हैं. आम भाषा में आप इसे “लेन-देन” कह सकते हैं लेकिन कीथ के लिए इसका मतलब था परवाह और देखभाल. जब आप एक दूसरे की परवाह करते हैं तो आप उनके लिए काम करने के भी तैयार हो जाते हैं.

कीथ रिश्ते बनाने और उसकी अहमियत को समझते थे और यही वो ख़ासियत थी जो उन्हें अपने स्कूल के बच्चों से अलग बनाती थी. जब आप लोगों की मदद कर उनकी जिंदगी को बेहतर बनाते हैं तो सही मायनों में कहीं ना कहीं वो आपकी जिंदगी को भी बेहतर बनाकर उसे एक ऊँचे लेवल पर ले जाता है. जब आप अपनी नॉलेज, समय और एनर्जी को लोगों के साथ शेयर कर उनसे जुड़ते हैं तो आपको भी बदले में वही मिलता है जो आपकी ख़ुद की ग्रोथ में मदद करता है.

कनेक्शन बनाना उन लोगों के साथ लेन-देन करने के बारे में नहीं है जिनसे आप कुछ हासिल कर सकते हैं. ये उनके साथ अपने रिश्ते को इंसानी तौर पर मज़बूत बनाने के बारे में है. हर जगह फायदा-नुक्सान ना देखें, कुछ चीजें दिल से भी की जानी चाहिए.

DON’T KEEP SCORE

जैसा कि हमने पहले बताया कि कनेक्शन के बिना आप लाइफ में ज़्यादा दूर तक नहीं जा सकते और कीथ इस बात को बहुत अच्छे से समझते थे. जब स्टूडेंट्स उनसे पूछते कि सक्सेस का सीक्रेट क्या है तो वो कहते “उदारता यानी generosity”. ऐसा जवाब हमें कम ही सुनने को मिलता है लेकिन कीथ ने उदारता के कारण ही अपना मुक़ाम हासिल किया था. उन्होंने अपने बचपन को याद करते हुए कहा कि अगर उस एक इंसान ने उनकी मदद नहीं की होती तो उन्हें शहर के सबसे अच्छे प्राइवेट स्कूल में स्कालरशिप कभी नहीं मिलती.

एलेक्स मैकेना (Alex Mckenna) उस कंपनी के सीईओ थे जहां कीथ के पिता एक स्टीलवर्कर के रूप में काम करते थे. उनके पिता की ये दिली तमन्ना थी कि कीथ को एक अच्छी जिंदगी मिले. वो चाहते थे कि कीथ शहर के सबसे अच्छे स्कूल में पढ़े और उन्होंने अपनी इच्छा एलेक्स के सामने रखी. एलेक्स उनकी हिम्मत और ज़ज्बे से बहुत इम्प्रेस हुए और जिस प्राइवेट स्कूल में वो ट्रस्टी थे वहाँ उन्होंने कीथ को स्कालरशिप दिलवाई.

बाद में, कीथ को येल यूनिवर्सिटी में एडमिशन मिला. पेन्सिल्वेनिया रिपब्लिकन पार्टी की चेयरपर्सन एल्सी हिलमन ने कीथ को contact किया. उन्होंने न्यू हैवन सिटी कौंसिल के लिए कीथ की ऑफर को पढ़ा जो रिजेक्ट हो गई थी. उन्होंने कीथ को पैसे दिए और उन्हें बिज़नेस स्कूल जाने के लिए encourage किया.

आज कीथ जिस मुक़ाम पर थे वो उन लोगों की उदारता की वजह से थे. ऐसी मदद को स्वीकार करना ज़्यादातर लोगों के लिए एक मुश्किल चीज़ होती है क्योंकि वो किसी से कुछ लेना नहीं चाहते. इसलिए आपको उस उदारता को स्वीकार करने के लिए तैयार रहना होगा. मदद सीधे आसमान से आपकी गोद में नहीं आ जाएगा, इसके लिए आपको तलाश करनी होगी. जैसे-जैसे आप बड़े होते जाएँगे आपको एहसास होगा कि कनेक्शन बनाना कितना ज़रूरी होता है.

हो सकता है कि आपने लोगों से जॉब पाने के लिए मदद मांगी हो और इससे आपको शर्म महसूस होती हो कि आपको इसके लिए पूछना पड़ रहा है. लेकिन सक्सेसफुल होने के लिए आपको पूछने और मदद मांगने के लिए तैयार रहना होगा. याद रखें कि अमीर इसलिए और ज़्यादा अमीर होते जाते हैं क्योंकि वो दूसरों के साथ जुड़ने के महत्त्व को समझते हैं.

जैसा कि हमने पहले कहा, लोगों के साथ कनेक्ट करना सिर्फ़ लेन-देन के बारे में नहीं होता है जहां आप सिर्फ अपने मतलब के बारे में सोचते हैं और जहां भावनाओं की कोई जगह नहीं होती. कीथ के लिए कनेक्शन का मतलब था लगातार एक दूसरे की मदद करने का प्रोसेस. ये सिर्फ़ ख़ुद को आगे बढ़ाने के बारे में नहीं है बल्कि औरों को भी आगे बढ़ाने में मदद करने के बारे में है. ऐसी माइंडसेट सुनने में बचकानी लग सकती है लेकिन कनेक्शन वो ताकत है जो किसी भी इंसान के जीवन को बदल सकती है.

कीथ को यंग लोगों को करियर की सलाह देना बहुत अच्छा लगता है. उनके करियर में हो रहे प्रोग्रेस की कहानियां सुनकर उन्हें बहुत संतोष मिलता है. क्योंकि वो मदद करने की पोजीशन में थे, वो अक्सर किसी ना किसी की जॉब या इंटर्नशिप के लिए किसी कंपनी में कॉल कर दिया करते थे. लेकिन लोग अक्सर उनके इस ऑफर को मना कर देते क्योंकि उन्हें लगता था कि वो कभी उनकी उदारता को चुका नहीं पाएंगे.

लेकिन ये बात उधार चुकाने के बारे में नहीं हैं बल्कि ये समझने के बारे में है कि ये हम सभी की एक आपसी ज़रुरत है. जो लोग बहुत ज़्यादा अमीर हैं वो इस बात को भली भाँती समझते हैं. अगर आप किसी रिश्ते को जोड़ने में अपना टाइम, एनर्जी लगाते हैं तो इससे दोनों पार्टी को ही कुछ ना कुछ मिलेगा फ़िर चाहे वो सलाह हो, नॉलेज हो या पैसा.

अगर आप सक्सेसफुल होना चाहते हैं तो पहले इस गिनती को बंद करें कि आपने कितने लोगों से मदद मांगी. दूसरा, अगर आपको दूसरों से मदद लेना इसलिए अच्छा नहीं लगता क्योंकि आप सोचते हैं कि आपको भी बदले में कुछ लौटाना होगा तो अपना नज़रिया बदलें. अगर आप अपनी सोच नहीं बदलेंगे तो आप कभी कनेक्शन नहीं बना सकते.

आपके कनेक्शन आपकी वजह से कई और लोगों को जान पाते हैं और इस तरह वो एक दूसरे की भी मदद कर सकते हैं. कीथ ने इस आईडिया की तुलना इंटेरनेट से की है. जैसे-जैसे ज़्यादा लोग इससे जुड़ते जाते हैं, ये उतना ही ज़्यादा वैल्युएबल होता जाता है.

क्योंकि कीथ ने पहले बहुत से यंग लोगों की उनके करियर में मदद की थी इसलिए अब उनके पीछे जैसे लोगों की एक छोटी आर्मी बन गई थी जो उन नए लोगों की मदद करने के लिए तैयार थे जो कीथ के पास मदद मांगने के लिए आते थे.

 

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DO YOUR HOMEWORK

क्या आपने पूरी तरह से prepare हुए बिना कोई क्लास अटेंड की है? या क्या आप कभी किसी ऐसे एग्जाम के लिए बैठे हैं जिसके लिए आपने सिर्फ़ एक घंटा पढ़ाई की थी? अगर हाँ तो क्या आपको बिना तैयारी किए एग्जाम के लिए जाने वाली फीलिंग याद है?

जब आपको कोई नया कनेक्शन बनाने का मौक़ा मिलेगा तब आप बिलकुल वैसा ही महसूस करेंगे लेकिन आप वो कनेक्शन बनाने में फेल हो जाएँगे क्योंकि आप उसके लिए तैयार ही नहीं थे.

कीथ को जब भी ऐसे लोगों से मिलने का मौक़ा मिलता जिनके साथ वो कनेक्शन बनाना चाहते थे, तो वो उनके बारे में कुछ ना कुछ रिसर्च ज़रूर करते थे. आप जिन लोगों से मिलने वाले हैं उनके बारे में एक समरी बनानी चाहिए जैसे वो किस तरह के लोग हैं? उन्हें क्या करना अच्छा लगता है? उन्हें अपनी किस बात पर गर्व है? ये ऐसे सवाल हैं जो आपको उस इंसान को अच्छी तरह से जानने में मदद करते हैं. बेशक आपको ये भी पता होना चाहिए कि वो क्या काम करते हैं.

आजकल ये सब काफ़ी आसान हो गया है क्योंकि हर इनफार्मेशन ऑनलाइन मिल जाती है. अगर किसी आदमी की इनफार्मेशन गूगल पर मौजूद नहीं है तो जिस कंपनी में वो जॉब करते हैं उसकी इनफार्मेशन यकीनन होगी, उससे आपको पता चल जाएगा कि वो कंपनी क्या करती है और उसके गोल्स क्या हैं. कई बार ऐसा भी होता है कि कंपनी के बारे में भी कोई इनफार्मेशन ऑनलाइन नहीं होती तो आप उससे जुड़ी इंडस्ट्री के बारे में पता कर सकते हैं. वो शख्स किस जॉब में है इसका पता लगाना बेहद ज़रूरी है.

जब आप कुछ समय रिसर्च के लिए निकालते हैं तो आप गलत सवाल पूछने में टाइम बर्बाद नहीं करते. किसी से भी मिलने और उनसे बात करने का जो वक़्त होता है वो बहुत कम होता है इसलिए आपको अपनी बातचीत को यादगार बनाना होगा. कनेक्शन बनाने का ये मतलब नहीं है कि आप कितने ज़्यादा कनेक्शन बना सकते हैं बल्कि ये मायने रखता है कि आप कितने अच्छे कनेक्शन बना सकते हैं. आपको अपने कनेक्शन का ध्यान भी रखना होगा क्योंकि अगर आप किसी को एक ऐसे आदमी के रूप में देखते हैं जिसे आप अपने फ़ायदे के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं तो फ्यूचर में वो आपकी guarantee नहीं लेगा.

जब कीथ को Milken’s Institute Global Conference अटेंड करना था तो उन्होंने उन लोगों के बारे में रिसर्च की जो तीन दिनों के कांफ्रेंस के दौरान उन्हें मिल सकते थे. जब आपको लोगों के बारे में थोड़ी नॉलेज होती है तो वो आपकी बातचीत को आसान बना देती है. कीथ ने सोचा कि अगर वो लोगों के बारे में थोड़ी जानकारी हासिल कर पाए तो वो सही समय और जगह पर होंगे क्योंकि लोग बार में ड्रिंक्स लेने तो ज़रूर आएँगे. जिन लोगों को आप नहीं जानते उनसे बातचीत करना बहुत अजीब लगता है. लेकिन अगर आप लोगों से जुड़ने के लिए तैयार हैं तो आपको ऐसी छोटी-मोटी बातों से दूर रहना होगा.

कीथ ने इस बात का ध्यान रखा कि उन टॉप लीडर्स और सीईओ से होने वाली बातचीत काम की और गहरी होनी चाहिए जिसमें कोई भी फ़िजूल की बात शामिल ना हो. क्योंकि इम्पोर्टेन्ट लोगों से कई लोग मिलने आते हैं, तो आपको उन चीज़ों के बारे में बात करनी होगी जिससे वो आपको याद रख सकें. अगर आप ऐसा करने में कामयाब रहे तो आप उनके साथ ना सिर्फ कनेक्शन बनाएँगे बल्कि वो आपसे इम्प्रेस भी होंगे और कीथ ने बिलकुल ऐसा ही किया.

जब उन्हें पता चला कि जॉन पेपर्स (John Peppers) उस प्रोग्राम को अटेंड करने वाले थे तो उन्होंने उनके बारे में रिसर्च की. वो जानते थे कि जॉन, जो पहले Procter &Gamble के सीईओ थे, उन्होंने येल से पढ़ाई की थी. इस जानकारी के साथ कीथ समझ गए कि जॉन रॉबिन विक्स के बारे में ज़रूर जानते होंगे जो उनकी यूनिवर्सिटी के एक सम्मानित प्रोफेसर थे.

जॉन से मुलाक़ात के दौरान जब कीथ ने प्रोफेसर का ज़िक्र किया तो उनके बीच बातचीत का सिलसिला आसान हो गया. बस थोड़ी रिसर्च की मदद से कीथ ने जॉन का ध्यान अपनी ओर खींच लिया था. उनके बीच काफ़ी देर तक बातचीत होती रही और जॉन के लिए वो एक यादगार मुलाक़ात बन गई. वो दोनों लंबे समय तक एक दूसरे के टच में रहे और जॉन ने कई बार कीथ को उनकी कंपनी के लिए सलाह देकर मदद भी की.

WARMING THE COLD CALL 

लोगों से कनेक्शन बनाने के सफ़र में कुछ पल ऐसे भी होंगे जब आपको लोगों को कोल्ड कॉल करना होगा. अक्सर सेल्समैन कोल्ड कॉल का इस्तेमाल करते हैं जहां उन्हें अजनबियों को फ़ोन कर अपना प्रोडक्ट या सर्विस ख़रीदने के लिए राज़ी करना पड़ता है. कई लोगों के लिए कोल्ड calling एक डरावने सपने जैसा होता है. इसे जीतने के लिए आपको इसका सामना करना पड़ेगा. सबसे अच्छा तो यही है कि इसे एक मौक़े और चैलेंज के रूप में देखें.

हाँ, आपको कई बार रिजेक्शन का सामना करना होगा लेकिन अगर आपको सच में ऐसा लगता है कि इससे आपको कुछ नहीं मिलेगा तो आप गलत हैं. अजनबियों को कॉल कर उनसे रिक्वेस्ट करना एक बेहद मुश्किल काम है लेकिन इसे आसान बनाने के लिए कुछ टेक्निक्स हैं.

नंबर ] – किसी reference का ज़िक्र करें. कोल्ड calling इतनी मुश्किल इसलिए है क्योंकि आपके पास कोई ठोस वजह नहीं है कि सामने वाले आदमी को आपकी बात क्यों सुननी चाहिए. लोग आसानी से फ़ोन काट देते हैं क्योंकि उनके पास अनगिनत कोल्ड कॉलर्स के फ़ोन आते हैं. अपने कॉल को कुछ आसान बनाने के लिए किसी ऐसे इंसान का ज़िक्र करें जिसे आप दोनों जानते हों जैसे कोई mutual फ्रेंड या कोई इंस्टिट्यूट जहां आप दोनों पढ़ चुके हों.

कीथ ने ऐसा तब किया जब उन्होंने WebMD के फाउंडर जेफ़ अर्नोल्ड को सोनी कंपनी के संपर्क में लाने में मदद की. जेफ़ सोनी के साथ मिलकर एक प्रोडक्ट लॉन्च करना चाहते थे लेकिन नहीं जानते थे कैसे. कीथ ने उस समय सोनी के सीईओ तक पहुँचने की कोशिश की लेकिन जैसा कि अक्सर होता है वो इतने बिजी थे कि उन तक पहुंचना नामुमकिन लग रहा था. इसलिए कीथ ने अपने कनेक्शन का इस्तेमाल कर के अपने तरीके से काम किया.

Brand Buzz एक मार्केटिंग एजेंसी थी जिनके टॉप क्लाइंट्स में से एक सोनी भी था. कीथ Brand Buzz के सीईओ जॉन पार्टिला को जानते थे. इसलिए उन्होंने जॉन से बात की और जॉन ने उन्हें सोनी के मीडिया एंड इंटेरनेट स्ट्रेटेजीज के हेड सर्ज (Serge) से बात करवाई. सर्ज भी बेहद बिजी थे लेकिन उन्होंने कीथ की बात सिर्फ़ इसलिए सुनी क्योंकि उन्होंने जॉन के नाम का ज़िक्र किया था. तब जाकर सर्ज ने कीथ की बात को ध्यान से सुना क्योंकि कॉमन कनेक्शन से उन्हें कीथ पर भरोसा हो गया था. जल्द ही इस कनेक्शन की मदद से जेफ़ को सोनी के साथ डील मिल गई.

नंबर 2 – आप जो वैल्यू देने वाले हैं उस बारे में बताएं. क्योंकि कोल्ड calling में आपके पास किसी को भी समझाने के लिए बहुत कम समय होता है इसलिए उसका ठीक से इस्तेमाल करें. आप उनके लिए क्या कर सकते हैं इसके साथ-साथ ये भी बताएं कि आप उनके कंपनी की सक्सेस को कैसे बढ़ा सकते हैं. कीथ जानते थे कि सोनी नए प्रोडक्ट्स को लॉन्च करने की तैयारी कर रहा था और वो चाहते थे कि मार्केट में उनका प्रोडक्ट ऐसा हो जिसकी कोई बराबरी ना कर सके. उन्होंने सर्ज को बताया कि जेफ़ का नया प्रोडक्ट इस चीज़ में सोनी की मदद करेगा और इसलिए वो डील जेफ़ को दे दी गई.

नंबर 3 – कम बातों में काम की सारी बातें बताएं – अपनी बात को जल्दी साफ़ और आसान शब्दों में सामने रखें लेकिन सामने वाले को भी बोलने का मौक़ा दें. जैसे ये कहने के बजाय कि “हमें जल्द मिलना चाहिए” ये पूछे कि “क्या आप आने वाले thursday फ्री हैं? ये डील हम दोनों के लिए इम्पोर्टेन्ट है इसलिए मैं वक़्त निकाल लूँगा”. अपनी बात को कॉन्फिडेंस के साथ रखें लेकिन उस आदमी को भी बोलने का समय दें. अगर सिर्फ आप ही बोलते रहेंगे तो सामने वाले को आपकी बातों में बिलकुल दिलचस्पी नहीं होगी. इस बात को हमेशा याद रखें कि आपका मकसद सिर्फ़ उससे कुछ लेना नहीं है बल्कि एक कनेक्शन बनाना भी है. कीथ के केस में, उन्होंने सर्ज से कहा कि उन्हें matter पर ज़्यादा डिस्कस करने के लिए पर्सनली मिलना चाहिए. उस हफ़्ते के दौरान, प्रोजेक्ट पर बातचीत करने के लिए कीथ सर्ज के ऑफिस भी गए.

नंबर 4 – एक समझौते का ऑफर दें. जब भी हम किसी को कोई ऑफर देते हैं तो अक्सर दोनों के फ़ायदे के लिए कोई बीच का रास्ता निकालना पड़ता है जिसे समझौता कहते हैं. इसलिए कुछ ऐसे आप्शन बनाएं कि अगर आपको कोई समझौता करना पड़े तब भी आपको नुक्सान ना हो. जैसे अगर फ़ोन कॉल के दौरान सर्ज कीथ के ऑफर को ठुकरा देते तब भी कीथ उन्हें मिलने के लिए पूछ सकते थे. इस तरह, कीथ सर्ज के साथ एक कनेक्शन बना सकते थे. वो एक ऐसे शख्स थे जो सोनी में ऊँचे लेवल पर काम कर रहे थे.

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NEVER EAT ALONE

रिश्ते बनाने का एक गोल्डन रूल ये भी होता है कि आपको कभी भी गायब नहीं होना चाहिए. अपने कनेक्शन के नेटवर्क में हमेशा एक्टिव बने रहें क्योंकि आप सिर्फ अपने और लोगों के बीच के पुल या कनेक्शन ही नहीं बना रहे बल्कि आप उनके साथ अपने रिश्तों को अच्छा और मज़बूत भी कर रहे हैं. कीथ के कई कनेक्शन आगे चलकर जिंदगी भर की दोस्ती में बदल गए थे.

कोई भी शख्स जो कई इम्पोर्टेन्ट लोगों को जानता है, उसने हर कनेक्शन को सालों तक अच्छा और मज़बूत बनाने में अपना समय दिया है. हाँ बेशक जिसने भी जिंदगी में कोई मुक़ाम हासिल किया है वो अपनी मेहनत से किया है लेकिन कनेक्शन का भी इसमें कहीं ना कहीं हाथ होता है. कीथ ने इस बात का ध्यान रखा कि अगर उन्हें अपने कनेक्शन बढ़ाने का मौका मिलेगा तो वो उसे गवाएंगे नहीं.

कीथ बहुत बिजी रहते हैं इसलिए जब उन्हें बिज़नेस के सिलसिले में न्यू यॉर्क जाने का मौका मिला तो वो तीन लोगों से मिलना चाहते थे. पहले वो अपने एक पुराने क्लाइंट से मिलना चाहते थे जो कभी LEGO कंपनी के प्रेसिडेंट हआ करते थे. दूसरे, एक दोस्त थे जो Broadway Video के सीओओ थे और तीसरे थे एक बेहद क़रीबी और ख़ास दोस्त. लेकिन प्रॉब्लम ये थी कि कीथ के पास इतना कम समय था कि वो किसी एक से ही मिल सकते थे.

इस सिचुएशन में कीथ ने स्मार्टली काम किया, किसी एक से मिलने के बजाय उन्होंने तीनों को साथ में डिनर पर इनवाईट किया. इसने उन्हें अपने दोस्तों के साथ सिर्फ अच्छा वक़्त बिताने का मौका ही नहीं दिया बल्कि उनके रिश्ते को मज़बूत भी किया और उनके कनेक्शन को । भी बढ़ाया. कीथ ने सबको एक दूसरे से introduce करवाया जिससे सबके कनेक्शन बढ़े.

इसके बाद कीथ अक्सर ऐसा करने लगे. अगर किसी को काम के लिए हायर करना होता तो वो उसे जॉगिंग के वक़्त बुलाते और उसका इंटरव्यू लेते. कभी-कभी कीथ किसी एम्प्लोई को अपने साथ गाड़ी में चलने के लिए कहते ताकि रास्ते में वो काम के बारे में डिस्कस कर सकें.

आपके जितने ज़्यादा कनेक्शन होंगे आपको उतने ज़्यादा मौके मिलेंगे और वो मौके आपको और भी ज़्यादा कनेक्शन बनाने में मदद करेंगे. याद है, कीथ कहते हैं कि कनेक्शन बनाना बिलकुल इंटेरनेट जैसा होता है, जितने ज़्यादा लोग इससे जुड़ेंगे वो उतना ही ज़्यादा वैल्युएबल होता जाएगा. कनेक्शन एक muscle की तरह है, आप इसका इस्तेमाल कर जितना ज़्यादा इसे बढ़ाते जाएँगे ये उतना ही मज़बूत होता जाएगा.

 

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कन्क्लूज़न

तो इस बुक में आपने सीखा कि आप जिन लोगों से कनेक्ट करते हैं वो आपको बना भी सकते हैं और बर्बाद भी कर सकते हैं. अमीर इसलिए और अमीर होते जाते हैं क्योंकि वो जानते हैं कि कनेक्शन बनाना और उन्हें मज़बूत करना ही उनके लिए अनगिनत मौक़ों के दरवाज़े खोल सकता है.

कनेक्शन का मतलब सिर्फ अपने मतलब के लिए और ज़रुरत पड़ने पर लोगों से जुड़ना नहीं होता. आपको उन लोगों का भरोसा जीतना होगा ताकि वो आपकी और आप उनकी guarantee ले सकें. लोगों के साथ जुड़ना दो तरफ़ा रिश्ता होता है जहां अगर वो आपकी मदद करते हैं तो आपको भी उनकी मदद करनी चाहिए. इसलिए कनेक्शन बनाने और उन्हें बेहतर करने में अपना समय इंवेस्ट करें क्योंकि कौन जानता है कि उनमें से कोई आपका जिंदगी भर के लिए साथी बन जाए.

कभी भी अपने कनेक्शन के नेटवर्क से गायब ना हों, हमेशा एक्टिव बने रहें क्योंकि आपके जितने ज़्यादा कनेक्शन होंगे उतने ही ज़्यादा आपको मौक़े भी मिलेंगे. अगर आपने ख़ुद को डिसिप्लिन में रखा तो सक्सेस आपकी होगी.

आपकी सक्सेसफुल होने की इच्छा जापानी मछली कार्प की तरह होती है. जिस तालाब में उसे रखा जाता है उसके साइज़ के हिसाब से कार्प ख़ुद बढ़ती है. अगर आप कार्प को बड़े तालाब में डालते हैं तो वो अपनी पूरी पोटेंशियल से ग्रो करेगी. इसी तरह जब आप बड़े गोल्स का टारगेट बनाते हैं और उन्हें अचीव करते जाते हैं तो अंत में आप सक्सेसफुल हो जाते हैं.

अपने काम को पूरी इमानदारी से करें और कभी भी लोगों से जुड़ना बंद ना करें. जिन लोगों के नाम आप अक्सर न्यूज़ में सुनते रहते हैं, उन्होंने खुद को बहुत डिसिप्लिन में रखा है, वो आज जिस भी मुक़ाम पर हैं वहाँ बहुत मेहनत और शिद्दत से पहुंचे हैं और बेशक उसमें कई लोगों की मदद भी शामिल है जिसे बिलकुल नकारा नहीं जा सकता. अपनी एक अलग पहचान बनाने के लिए काम करें लेकिन सक्सेसफुल लोग जो अनमोल बातें हमसे शेयर करते हैं उन्हें गौर से सुनकर उस पर अमल भी करें क्योंकि उसके बाद सक्सेस को झक मारकर आपके पास आना ही पड़ेगा.

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