Secrets of the Millionaire Mind by T. Harv Eker Book Summary in Hindi

Secrets of the Millionaire Mind

Table of Contents

The Secrets of the Millionaire Mind Book Summary in Hindi 

इंट्रोडक्शन

क्या आप करोड़पति बनने का सपना देखते हैं? क्या आपने कभी सोचा है कि अमीर लोग कैसे आखिर में अमीर बन पाते हैं? क्या आप अपने फाइनेंस को लेकर परेशान हैं? अगर इन सारे सवालों के जवाब हाँ हैं तो ये बुक आपके लिए हैं.

 

इस बुक का पहला पार्ट आपको उन बातों से introduce करवाएगा जो पैसे के बारे में आपकी सोच को influence करती हैं. ये बुक बताएगा कि दूसरे लोगों की पैसों पर राय आपके खुद के राय को कैसे एफेक्ट करती हैं. ये आपको समझने में मदद करेगा कि आपकी जिंदगी की ऐसी कौन से घटनाएं रही जिसने पैसों के बारें में आपकी सोच बनाई है.

 

ये आपके फाइनेंसियल स्टेटस की सिर्फ पहली सीढ़ी हैं. आप बिना बीज बोये ही सेब का पेड़ नहीं लगा सकते, हैं न? तो आपकी शुरुआत यही से हैं और ये बुक आपको दूसरे पार्ट में ले जाती हैं जहां आप हर मिलियनेयर के पीछे के राज़ को जानेंगे.

 

यहाँ आप जानेंगे, अमीर और गरीब लोगों के बीच के सबसे बड़े फर्क को. आप को समझ आएगा कि अलग -अलग लोग कैसे अपने फाइनेंस को मैनेज करते हैं. डिस्कवर कीजिये कि आप खुद ही कैसे इसे बेहतर मैनेज कर सकते है.

 

ये बुक आपको सिखाएगी कि आपको जिंदगी से ज़्यादा की उम्मीद कैसे रखनी हैं और अपने सोच को बड़ा कैसे बनाना हैं ताकि आप सक्सेसफुल बन जाएं. आप सीखेंगे कि सक्सेस पाने के रास्ते में आई सिर्फ मुश्किलों को ही नहीं बल्कि अपने गोल को भी किस तरह देखना हैं. आप जानेंगे कि अमीर बनने के लिए आपको कैसा नज़रिया रखनाचाहिए.

 

क्या आप मिलियनेयर बनने के लिए अपना पहला कदम बढ़ाने के लिए तैयार हैं? आपका सफर यही से शुरू होता.

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INFLUENCE NO. 1 VERBAL PROGRAMMING

इस चैप्टर और अगले चैप्टर में, हम दूसरे लोगों के विचारों की चर्चा करेंगे जो पैसों के बारें में आपकी राय को बदल सकते हैं. उनमें से कुछ आपके बचपन की या कोई बुरी घटनाओं की यादें हैं. एक एडल्ट के तौर पर, आपके पास इन रायों को बदलने की और पैसों को लेकर ज़्यादा पॉजिटिव और हैल्थी सोच रखने की एबिलिटी हैं. आपके फाइनेंसियल सक्सेस की ओर ये आपका पहला कदम हैं. एक शख्स हैं, स्टीफेन जो साल में 800,000 डॉलर से ज़्यादा कमाता हैं. इतने सारे पैसों का होना इमेजिन कीजिये. बुरा नहीं हैं, हैं न?

 

हालांकि पिछले नौ सालों से स्टीफेन की कमाई बिलकुल स्टेबल चल रही हैं फिर भी स्टीफेन आराम की ज़िन्दगी नहीं जी पा रहा हैं. क्यों? क्योंकि स्टीफेन को नहीं पता कि अपने पैसों का ध्यान कैसे रखना हैं. वो अपने पैसे गैर-ज़रूरी बिज़नेस डील्स और उन लोगों पर खर्च कर देता हैं जो भरोसे के लायक नहीं हैं.

 

ऐसा क्यों हैं? इसका जवाब बहुत ही सिंपल हैं. इसके पीछे हैं स्टीफेन का बचपन. जब वो छोटा था, स्टीफेन की माँ ने उसे ये यकीन दिलाया कि जो लोग बहुत ज़्यादा पैसे कमाते हैं वो बुरे लोग होते हैं क्योंकि वो दूसरों को धोखा देकर पैसा कमाते हैं.

 

हालांकि, स्टीफेन अपनी माँ के विचारों को मानता नहीं हैं, पर उसका दिमाग अलग ही तरीके से रिएक्ट करता हैं. उसका सब कॉन्सियस माइंड ये कहता हैं कि उसकी माँ सही हैं और उसे ऐसी जिंदगी जीनी चाहिए जहां उसके पास सिर्फ आम ज़रूरतों के लिए ही पैसे हो और उससे ज़्यादा नहीं, नहीं तो वो बुरा आदमी बन जाएगा.

 

स्टेफन अपनी माँ से बहुत प्यार करता हैं और नहीं चाहता कि उसकी वजह से उसकी माँ कभी शर्मिंदा हो. आपको क्या लगता हैं कि वो क्या करता हैं? जी हाँ, वो अपनी एक्स्ट्रा कमाई से अपना पीछा छुड़ाता हैं ताकि उसके पास कम पैसे बचे और वो अच्छा इंसान कहलाए.

 

पर जब स्टीफेन ‘मिलियनेयर माइंड कॉन्फ्रेंस’ में गया तो उसने जाना कि वैसी सोच रखना गलत हैं क्योंकि उसकी माँ के दिमाग में गलत बात बसी हुई थी और, ज़रूरी नहीं कि उसे भी अपनी माँ के जैसे ही सोचना चाहिए. स्टीफेन को सेमिनार से मदद मिली. उसके बाद, उसने अपनी माँ को खुश करने के लिए उनकी हवाई शहर (Hawaii) जाने की इच्छा को पूरा किया और उन्हें अपने कमाए हुए पैसों से 6 महीनों के लिए वहाँ भेज दिया.

 

अब,स्टीफेन की माँ को समझ आया कि पैसों से कितनी अच्छी चीजें खरीदी जा सकती हैं और उन्हें अपने दरियादिल बेटे पर गर्व हुआ. आखिर में,स्टीफेन ने अपने नेगेटिव विचारों को छोड़ा और एक सक्सेसफुल बिजनेसमैन बन गया.

 

INFLUENCE NO.2 SPECIFIC INCIDENTS

कुछ घटनाएँ घटने के बाद हमेशा के लिए हमारे दिमाग में बैठ जाते हैं. पूरी दुनिया आपको ऐसे देखती हैं जैसे आप पर इन घटनाओं का असर हुआ हैं. आपकी जो भी सोच हैं, उनमें से ज़्यादातर का सच्चाई से कोई लेना-देना नहीं होता और आपके बड़े हो जाने के बाद ऐसी सोच से बुरा नतीजा भी निकल सकता हैं.

 

एग्जाम्पल के लिए, आपका प्री-नर्सरी स्कूल का पहला दिन है और आप दोस्त बनाना चाहते हैं. पर सब आप पर हँसते हैं क्योंकि आप बात करने से बहुत शर्माते हैं और, बाद में जाकर आप ऐसे बन जाते हैं जिसको दोस्ती करने में परेशानी होती हैं क्योंकि बचपन की उस घटना के एक्सपीरियंस के बाद आप दोस्ती करने को शर्म से जोड़ देते हैं.

 

कुछ और भी एग्जाम्पल हैं जिससे यही बात साबित होती हैं. इसे बेहतर समझने के लिए आइये, जोसे की कहानी जानते हैं.

 

जोसे एक नर्स हैं जो डॉक्टर्स को ऑपरेशन करने में मदद करती हैं और बहुत पैसे कमाती हैं. दुःख की बात ये हैं। कि जब तक उसके हाथ में पैसा आता हैं, तब तक उसकी सारी कमाई ख़त्म हो चुकी होती हैं. मिलियनेयर माइंड सेमीनार का शुक्रिया जो जोसे को ये समझ में आया कि उसके पैसे ख़त्म कैसे हो जाते हैं.

 

जोसे को अपनी फैमिली के साथ एक रेस्टोरेंट की ट्रिप आज भी याद हैं. ये वहीं था जहां उसके माँ और पिताजी के बीच फिर से पैसे को लेकर खाने की टेबल पर लड़ाई हो गई थी. अगले ही पल, जोसे को जो याद हैं वो था उसके पिताजी के चेहरे का बदलता रंग और वे कुछ नहीं बोल पाए थे. उसके बाद उसके पिताजी वहीं ज़मीन पर बेहोश होकर गिर पड़े थे.

 

जोसे अपने पिता को बचाना चाहती थी पर वो तब एक छोटी से बच्ची थी. दुःख की बात थी कि उसके पिताजी हार्ट अटैक के कारण गुज़र गए. जोसे का दिल टूट गया. इस वाक्ये के बाद जोसे ने मानना शुरू किया कि पैसा दुःख का कारण होता हैं.

 

जब वो बड़ी हुई, जोसे को पैसे बर्बाद करने की आदत पड़ गई ताकि उसके पास कोई पैसे ही न बचे जिससे कोई दुःख ही न आए. उसका नर्स बनना, जोसे का अपने पिता को बचाने के इरादे को दिखाता हैं.

 

ख़ुशी की बात ये है कि इस कहानी का अंत अच्छा हुआ. द मिलियनेयर माइंड कोर्स ने जोसे को अपनी सोच को ठीक करने में मदद की और उसे पैसों के बारें में हैल्थी तरीके से सोचना सिखाया. अपनी पूरी ज़िन्दगी एक नर्स रहने के बजाय उसने एक फाइनेंसियल प्लानर बनने का इरादा किया. उसने लोगों को अपनी उस सोच को छोड़ने में मदद की जिसे लोग अपने अतीत की घटनाओं के कारण बना लेते हैं.

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SECRET NO.1 RICH PEOPLE BELIEVE “I CREATE MY LIFE”. POOR PEOPLE BELIEVE “LIFE HAPPENS TO ME”.

क्या आपने पैसे के बारें में अपनी सोच पर कभी विचार किया हैं? क्या आपको अपने बचपन की कोई याद या कोई घटना याद हैं जिसने आपकी सोच को ऐसा बनाया हैं? आपके पेरेंट्स आपके अमीर होने के बारें में क्या सोचते हैं?

 

अगले कुछ चैप्टर में, हम चर्चा करेंगे कि आपको बांधे रखने वाली इस सोच से खुद को आप कैसे छुड़ा सकते हैं. आप एक मिलियनेयर के दिमाग के सीक्रेट जानेंगे. चलिए पहले नंबर से शुरू करें.

 

अमीर लोग सब काम अपने हाथों में ले लेते हैं और गरीब सोचता हैं कि उनकी तकदीर उनके लिए काम करेगी. आप आसमान से पैसे बरसने का इंतज़ार नहीं कर सकते क्योंकि ऐसा होता ही नहीं हैं. अमीर बनने का तरीका जो सच हैं वो हैं कुछ ऐसा करना जिससे पैसे बनते हो और उसे पाना. याद रखिये, जो लोग कुछ नहीं करते, वो कुछ नहीं पाते.

 

अगर आप अपने पैसों को कंट्रोल नहीं कर सकते और दूसरी चीज़ों को खुद पर कंट्रोल करने देते हैं, तो आप कभी अमीर नहीं बन सकते. आपको ये यकीन करना होगा कि आप खुद ही अपनी तकदीर बना सकते हैं. जरा सोचिए उन करोड़ों लोगों के बारे में जो सालों से इंतजार करते हैं कि कोई करिश्मा हो जाए जबकि कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो अपना बिजनेस खुद बनाते हैं या फिर पैसे कमाने का दूसरा जरिया ढूंढते हैं मेहनत करने वाले लोग अमीर बन जाते हैं जबकि अंधविश्वासी लोग इंतजार ही करते हैं.

 

कई बार ऐसा भी होता है कि आप शुरुवात करते है और बहुत सारे चैलेन्ज आते है और आप हार मानकार बैठ जाते है । इसका कारण भी कोई पुरानी घटना या सोच ही रहती हैं.

कुछ एग्जाम्पल दिए गए हैं जो मिलियनेयर माइंड के पीछे का पहला सीक्रेट है. यह है अपनी लाइफ की ज़िम्मेदारी अपने हाथों में लेना.

 

क्या आपको भविष्यवाणी पढ़ना अच्छा लगता है? कुछ को ऐसा करने में मजा आता है और कुछ भविष्यवाणी में विश्वास करते हैं.

 

कुछ लोग अपनी भविष्यवाणी को पढ़कर बस हंस देते हैं और फिर अपने काम में लग जाते हैं जबकि कुछ परेशान हो जाते हैं अगर उसमें लिखा हो – “आज का लक खराब है” या फिर “आपका सारा साल का लक खराब है” या “पैसे की कमी है” या “दुख का समाचार आएगा”. ऐसे लोग कुछ नहीं करते क्योंकि उन्हें लगता है की अगर भविष्यवाणी ही कह रही है की सब कुछ बुरा होने वाला है तो वह कर ही क्या सकते हैं.

 

वह लोग जो सिर्फ मजे लेने के लिए ही भविष्यवाणी पढ़ते हैं,वे अपनी कोशिशों से अमीर बनने की हैसियत रखते हैं. जबकि नेगेटिव भविष्यवाणी के कारण जो लोग कुछ नहीं करते,वे गरीब ही रह जाते हैं क्योंकि वे अपनी जिंदगी को किस्मत के हाथों छोड़ देते हैं.

 

यहां एक दूसरा एग्जाम्पल है कुछ लोगों पर लॉटरी का जुनून सवार होता है और कुछ लॉटरी कभी कभार ही खरीदते हैं. कुछ लोग अपनी आधी से ज्यादा कमाई को खर्च कर देते हैं यह सोच कर कि एक कागज के लॉटरी को खरोचने पर उनको खजाना मिल जाएगा और वही कुछ लोग ऐसे भी हैं जो सिर्फ मजे के लिए लॉटरी खरीदते हैं ताकि उनको कुछ पैसे मिल जाए.

 

आपको क्या लगता है कि इनमें से कौन अमीर बन सकता है? जाहिर सी बात है कि वे ही लोग अमीर बन सकते हैं जो अपनी सारी कमाई को लॉटरी पर खर्च नहीं करते. वे अपने पैसों को बिजनेस जैसे जरूरी काम में ही लगाते हैं ये सोचने के बजाय कि एक दिन वे करोड़ों रुपए जीत लेंगे और उनका सपना पूरा होगा.

 

सीक्रेट .2 अमीर लोग बड़ा सोचते हैं. गरीब लोग छोटी सोचते हैं .

SECRET NO. 2 RICH PEOPLE THINK BIG. POOR PEOPLE THINK SMALL.

“जितनी बड़ी जरूरत, उतना ही बड़ा काम” यही है दूसरा सीक्रेट. अगर आप बड़ी कमाई करना चाहते हैं तो आपको बड़ा सपना देखना चाहिए और बड़े काम करने चाहिए. ध्यान दीजिए कि आपको जो पैसे मिलते हैं वो आपको सिर्फ अपने सामान या सर्विस के लिए नहीं बल्कि जितने नंबर और अमाउंट आप देते हैं उसके लिए भी होता है।

 

जो लोग वाकई में अमीर है वे अपने क्लाइंट, पार्टनर और कंपनी को अपने बिजनेस से जोड़ते हैं क्योंकि इसी तरीके से उनका इनकम बढ़ता है. जो लोग कमाई नहीं करते वह अपने सर्कल में ही रहते हैं या फिर उन लोगों के साथ ही रहते हैं जिनके साथ वे कंफर्टेबल हैं .क्या यह कम स्ट्रेस लाता है? शायद हां. पर क्या यह ज्यादा सक्सेस देता है? नहीं.

 

आइए थोड़ी बातें करते हैं बिजनेस के जगत की .एग्ज़ाम्पल के लिए स्पोर्ट्स कोचिंग. कुछ कोच एक दिन में एकाध क्लाइंट के साथ काम करते हैं और कुछ दिन में 10 लोगों को ट्रेनिंग देना पसंद करते हैं, कुछ ऐसे भी हैं जो वर्कआउट ग्रुप को ही लीड करते हैं. इन में से कौन से कोच हैं जो अमीर बनने के ज़्यादा करीब हैं? ज़ाहिर हैं, वो जो सबसे ज़्यादा क्लाइंट्स को train करते हैं.

 

राइटिंग के लिए भी वही बात लागू होती है, अगर आप दूसरों से ज्यादा क्वालिटी काम देते हैं तो आपको ज्यादा पैसे मिलते हैं. बेर चुनने वाला बिजनेस भी ज्यादा प्रॉफिट देती है अगर वह ज्यादा बेर उगा सकते हैं.

 

कुछ लोग यह विश्वास ही नहीं कर पाते कि वह ज्यादा पैसा कमा सकते हैं .वे जितना उनके पास है उतने में ही रहते हैं. वो ज्यादा कमाना नहीं चाहते और इसीलिए गरीब ही रह जाते हैं.

 

सीक्रेट . 3 अमीर लोग ओप्पोरचुनिटी पर फोकस रखते हैं. गरीब लोग बाधाओं पर फोकस रखते हैं.

SECRET NO. 3 RICH PEOPLE FOCUS ON OPPORTUNITIES. POOR PEOPLE FOCUS ON OBSTACLES.

जिन लोगों की इनकम ज्यादा होती है, उनके रिस्क लेने की संभावना भी ज्यादा होती है जिसके कारण उनको अंत में अच्छे चॉइस मिल सकते हैं. और, वे लोग जिनकी इनकम कम होती हैं बहत संभावना हैं कि वे उसी रिस्क को लेने से इनकार कर दे क्योंकि उन्हें लगता है कि कुछ बुरा हो जाएगा.

 

अमीर लोगों के दिमाग में हमेशा अपने गोल्स रहते हैं, उन्हें किसी रुकावट से डर नहीं लगता जो उनके गोल के रास्ते में आते हैं जबकि गरीब लोग काफी बार सोचते हैं उन गलतियों के बारे में या उन मुश्किलों के बारे में जो उनके रास्ते में आ सकते हैं.

क्या ये कॉन्फिडेंस की कमी को नहीं दिखाता? हाँ. गरीब लोग अपने बारें में कम काँफिडेंट होते हैं जबकि अमीर । सिक्योर होते हैं क्योंकि उनके ख्यालों में सिर्फ उनका गोल होता हैं.

 

जो लोग नाप तोल कर रिस्क उठाते हैं, उन्हें ही बेहतरीन डील्स मिलते हैं और वे ज़्यादा कमाते हैं. दूसरी तरफ, जो लोग नाकामयाबी के डर से कोई भी रिस्क नहीं लेते, अक्सर अच्छे अवसरों को खो देते हैं. ये हैं कुछ एग्जाम्पल. इमेजिन कीजिये कि आप एक बास्केटबॉल प्लेयर हैं. आप उस पोजीशन पर खड़े हैं जहां से आप अपनी टीम के लिए तीन पॉइंट्स हासिल कर सकते हैं. बस आपको अपना टारगेट देखना हैं और बॉल फेंकना हैं.

 

आपके चेहरे से पसीना टपक रहा हैं, आपका दिल ज़ोर से धड़क रहा हैं. आप नेट की तरफ देखकर सोच रहें हैं कि आपका बॉल ब्लॉक हो जाएगा या नहीं. आप सोच रहें हैं कि क्या होगा अगर आपने बॉल मिस कर दी तो.

 

सारा टाइम आप हिचकिचाते रहें कि कहीं दूसरी टीम को बोनस पॉइंट न मिल जाए. जब आप स्ट्रेस में सोचते रहें कि क्या करना हैं, आपके अपोजिट टीम के खिलाड़ी ने आपके चेहरे के ठीक सामने से बॉल छीनकर, कोर्ट में भागते हुए अपनी टीम के लिए दो पॉइंट ले लिया. आपका फोकस था कि क्या गलत हो सकता था. आपके सामने वाले प्लेयर का फोकस था गेम को जीतना. वे लोग जो इस बारे में सोचते हैं कि वे क्या चाहते हैं, ऐसे लोगों और मिलने के चांस होते हैं बजाय उनके जो ये सोचते है कि उन्हें क्या नहीं होना चाहिए.

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सीक्रेट .4 अमीर लोग पॉजिटिव और सक्सेसफुल लोगों से जुड़ते गरीब लोग नेगेटिव और अनसक्सेस्फुल लोगों से जुड़ते हैं.

SECRET NO.4 RICH PEOPLE ASSOCIATE WITH POSITIVE, SUCCESSFUL PEOPLE. POOR PEOPLE ASSOCIATE WITH NEGATIVE OR UNSUCCESSFUL PEOPLE.

अमीर सक्सेसफुल लोग होते हैं जो ऐसे एग्जाम्पल को फॉलो करते हैं जिसे दूसरा सक्सेसफुल आदमी बनाता हैं. गरीब असफल और अनसक्सेसफुल होते हैं जो दूसरों के सक्सेस को नेगेटिव तरीके से लेते हैं.

 

अमीरों के रोल मॉडल्स होते हैं जिनको वो फॉलो करते हैं. वे उन लोगों से सीखते हैं और उनके स्टेप्स को फॉलो करते हैं ताकि वे भी सफल हो सके. उनके idols के बड़े-बड़े अचीवमेंट उन्हें इंस्पायर करते हैं.

 

जबकि, गरीब उन लोगों की इज़्ज़त नहीं करते जिन्हें सफलता मिली हो. जब वे एक सक्सेसफुल बिजनेसमैन को देखते हैं, वे कुछ न कुछ कमेंट ज़रूर करते हैं. ऐसे लोगों को जलन होती हैं अगर दूसरों के पास उनसे ज़्यादा हो तो. अगर आपको अमीर बनना हैं तो आपको लाइफ के बेहतर एग्जाम्पल से सीखना चाहिए, सब कुछ पॉजिटिव तरीके से लेना चाहिए, और दूसरों को कम नहीं समझना चाहिए. आपको नेगेटिव लोगों को अपने ज़िन्दगी से निकालना भी सीखना चाहिए.

 

मैरी एक हाउसवाइफ हैं जो अपना एक सैलून खोलना चाहती हैं. वो अपने सपने को लेकर काफी पैशनेट हैं और उसे दूसरों के सक्सेस-स्टोरी को पढ़ना बहुत अच्छा लगता हैं. लेकिन, कभी-कभी उसके पति के नीचा दिखाने के कारण मैरी का खुद पर से विश्वास कम हो जाता हैं. मैरी के पति का नाम टॉम हैं. वो एक मिडिल-एज का बेरोज़गार आदमी हैं जिसे सारा दिन अपने सोफे में लेटना, टीवी देखना और वीडियो गेम्स खेलना अच्छा लगता हैं. उसे मैरी के अपने सपनों से लगाव को देखकर जलन होती हैं. वो मैरी के कॉन्फिडेंस को ये कहकर कमज़ोर करता हैं कि उसका सैलून खोलने का आईडिया हंसने के काबिल हैं.

 

टॉम एक लूज़र हैं. वो अपनी पत्नी को भी खुद जैसा लूज़र बनाना चाहता हैं. लेकिन मैरी स्मार्ट हैं. वो टॉम को धीरे-धीरे समझाती हैं कि कैसे वो अपने सपने को साकार करेगी और टॉम से बिज़नेस पार्टनर बनने को कहती हैं. लेकिन टॉम को इस आईडिया पर हंसी आती हैं और वो मैरी से कहता हैं- “बेवकूफ़ मत बनो. कोई जॉब ढूंढ लो ताकि तुम रोज़ शाम को घर पर रह सको. नहीं तो मेरे लिए खाना कौन बनाएगा?”

 

मैरी जवाब देती हैं-” मैं तुम्हारी माँ नहीं हूँ. तुम अपने लिए खाना खुद बना सकते हो.” उसके बाद, टॉम मैरी से उनकी शादी और उसके सपने के बीच में से एक को चुनने के लिए कहता हैं. वो मैरी के ऊपर चिल्लाता हैं, कमरे से बाहर चला जाता हैं और दरवाज़े को ज़ोर से मारता हैं. आपको क्या लगता हैं, अगर मैरी को एक इंसान के तौर पर और एक बिज़नेस वुमन के तौर पर भी सफल होना है तो उसे क्या करना चाहिए? आशा हैं कि आप वही सोच रहें हैं जैसा मैं सोच रही हूँ. टॉम जैसे नेगेटिव आदमी को छोड़ देने से, मैरी को रोज़ की अपमानजनक बातें नहीं सुननी पड़ेंगी और वो अपना रास्ता खुद बना पाएगी.

 

इसलिए, मैरी ने एक कठोर डिसिशन लिया और टॉम को छोड़ने का फैसला किया. ये सुनकर, टॉम भौंचक्का रह गया. वो चिल्लाया-” तुम अपने इस फैसले पर पछताओगी.” मैरी ने उसे अनसुना कर दिया. उसने अपनी चीज़ों को पैक किया और अपनी खुद की ज़िन्दगी शुरू की. दो साल बाद, मैरी अपने हेयर सैलून में काम कर रही थी और पिछले साल उसने बहुत प्रॉफिट कमाया था. उसने नेगेटिव लोगों से अपना पीछा छुड़ाने का और सिर्फ पाजिटिविटी को अपने आस पास रखने का फ़ैसला किया.

 

सीक्रेट .5 अमीर लोग अपने प्रॉब्लम से बड़े होते हैं. गरीब लोग अपने प्रॉब्लम से छोटे होते हैं.

SECRET NO. 5 RICH PEOPLE ARE BIGGER THAN THEIR PROBLEMS. POOR PEOPLE ARE SMALLER THAN THEIR PROBLEMS.

 

अमीर अपनी प्रॉब्लम्स को खुद से छोटा देखते हैं और गरीबों को प्रॉब्लम्स खुद से ज़्यादा बड़ी दिखती हैं. अमीर लोग सिर्फ अपने गोल पर ही ध्यान लगाते हैं जबकि गरीब अपने प्रॉब्लम्स से जितनी जल्दी हो सके दूर भागते हैं.

 

अगर आप सक्सेसफुल बनना चाहते हैं तो आपको अपने प्रॉब्लम्स का सामना करना चाहिए. आपको खुद को उससे भी बड़ा बनाना होगा. आपको ये पक्का करना होगा कि आप अपनी राह में आए पहली ही रुकावट को देखकर टूटेंगे नहीं.

 

आप जितना आगे बढ़ेंगे, आपके प्रॉब्लम्स उतनी ही छोटी होती जाएँगी. आखिर में, जब आप सफल बन जाएंगे और पीछे अपने अतीत को देखेंगे तो आप अपने प्रॉब्लम्स को किसी बुरी चीज़ की तरह नहीं समझेंगे. आप बस उन्हें एक चैलेंज की तरह मानेंगे.

 

अभी आपके आस-पास जितने भी प्रॉब्लम्स हैं, अगर आप उनसे दूर भागेंगे, तो आप कभी अमीर नहीं बन सकते. एक एग्जाम्पल हैं .मैट, एक 27 साल का नौजवान हैं जो अपने कार अक्सेसरीज़ की दुकान खोलना चाहता हैं. दुःख की बात ये हैं कि मैट के पास इसके लिए ज़्यादा पैसे नहीं हैं. इसलिए वो अपनी दुकान अभी नहीं खोल सकता. उसे बैंक से लोन लेने की ज़रूरत होगी.

 

लेकिन, मैट बहुत बेकरार हैं. उसके कॉलेज लोन का अभी भी उधार चल रहा हैं. उसे डर लगता हैं और समझ नहीं आता कि वो क्या करें.

 

एक अच्छी जॉब ढूंढ़कर, कुछ साल काम कर के अपने उधार को चुकाने के बजाय मैट ने अपने डर को अपने ऊपर सवार कर लिया. उसे पता नहीं कि कैसे वो एक अच्छी जॉब ढूंढे. वो कोशिश ही नहीं करता था. मैट को लगता हैं कि वो कुछ भी करें, उसकी किस्मत उसे धोखा देगी. वो बहुत स्ट्रगल कर रहा था और डिप्रेशन का शिकार बनने लगा. वो पीना शुरू कर देता हैं और अपने बचत के सारे पैसे शराब में गँवा देता हैं.

 

और, जब पैसे ख़त्म हो गए, मैट ने अपने भाई-बहनों और दोस्तों से उधार लिए. अब, उसका और भी ज़्यादा उधार बढ़ गया और वो बहुत दुखी हो गया. अगर आप मैट जैसा नहीं बनना चाहते तो आपको अपने प्रॉब्लम्स को दूर करने के लिए बहुत कोशिश करनी चाहिए. अपने डर को दूर करके सिर्फ अपने गोल पर ध्यान दी.

 

सीक्रेट . 6 अमीर लोग अपने पैसों को अच्छे तरीके से मैनेज करते हैं. गरीब लोग अपने पैसों को मिसमैनेज करते हैं.

SECRET NO. 6 RICH PEOPLE MANAGE THEIR MONEY WELL. POOR PEOPLE MISMANAGE THEIR MONEY WELL.

अमीर लोग जानते हैं कि कैसे अपने सेविंग को जोड़कर रखना हैं और financially सफल होना हैं. जबकि, गरीब लोग फालतू की चीज़ों में पैसे लगाकर उसे उड़ा देते हैं और उनके पास जीरो सेविंग्स रह जाती हैं या कभी उनका अकाउंट माइनस में भी चला जाता हैं.

 

आप financially आज़ाद तभी हो पाएंगे जब आपको अपनी कमाई को मैनेज करना आ जाएगा. आपको मनी-मैनेजमेंट की नई आदत डालनी पड़ेगी. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो, फ्यूचर में आप खुद को financially डूबा हुआ पाएंगे.

 

एमा नाम की एक औरत हैं. वो दिवालिया होते -होते बच गयी थी क्योंकि उसने बहुत सारे लोन ले लिए थे और उसके पास उन्हें चुकाने के लिए पैसे नहीं थे. एमा ने मिलियनेयर माइंड सेमिनार ज्वाइन किया ताकि उसे पता चले कि उसे ऐसी हालात में क्या करना चाहिए.

 

ऑथर हार्व एकर ने एमा को सलाह दी कि वो अपने पैसों को अलग-अलग बैंक में रख दें. वो एक डॉलर से शुरुवात करती हैं क्योंकि उसके पास पैसे ही नहीं थे. शुरू में ये बहुत बेकार लगा पर जल्दी ही उसने डबल बचत करनी शरू कर दी. एक साल बाद, एमा ने कल मिलाकर दो। हज़ार डॉलर्स अपने अलग अलग बैंको में जुटा लिए थे. उसके बाद, एमा को अपने पैसों को मैनेज करना आ गया. वो एक्स्ट्रा दस हज़ार डॉलर्स बचा पाई. उसका अब कोई उधार नहीं बचा था.

 

इस कहानी का सबक ये हैं कि आपको अभी से अपना काम शुरू करना हैं, इससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता कि आपके पास कितना और क्या हैं. अमीर बनने के लिए आपको कम से कम पैसों को भी मैनेज करना सीखना चाहिए. आप करोड़ो को कैसे मैनेज करेंगे अगर आप अपनी छोटी सी कमाई को मैनेज नहीं कर सकते तो. इस बदलाव की शुरुवात आज से ही करें और आप जल्दी ही अपने फाइनेंसियल सक्सेस को पा लेंगे.

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कन्क्लूज़न CONCLUSION

इस बुक से आपने सीखा कि आपकी पैसों के बारें में जो भी राय बनी हुई हैं, उसके लिए कौन सी बातें जिम्मेदार हैं. आपने ये भी जाना कि आपके राय कभी भी बदले जा सकते हैं. दूसरे लोग और एक बार घटी घटनाओं के कारण पैसों के लिए आपके विचारों को नेगेटिव न बनने दें. हर सक्सेसफुल मिलियनेयर के सीक्रेट को जानने के बाद, आपने बड़े सपने देखना और बड़े काम करना सीख लिया हैं. अपने रास्ते की बाधाओं पर नहीं बल्कि अपने गोल पर अपना ध्यान लगाइये.

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आपने सीखा कि फाइनेंस को कैसे मैनेज करना हैं, लोन के पैसे कैसे लौटाने हैं, और दिवालिया होने से कैसे बचना हैं. अमीर और सफल लोगों से इंस्पिरेशन लीजिए. किसी

और के नीचे खींचने पर खुद को कभी गिरने न दीजिये. सबसे ज़रूरी बात, आपने अमीर और गरीब के बीच के अंतर को समझा. आपने जाना कि सक्सेस आपके ही हाथों में हैं. आप खुद ही अपनी तकदीर हैं. दूसरे लोगों को और अपने हालात को आपका फ्यूचर बनाने न दें. अपने माइंड को अपने गोल पर भरोसा करने दें और तभी आप financially आज़ाद हो पाएंगे.

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